PM Modi Maharashtra Skill Courses 2025: महाराष्ट्र में अब युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर खुलने वाले हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 अक्टूबर 2025 को एक बड़े कार्यक्रम में ‘शॉर्ट-टर्म एम्प्लॉयबल स्किल कोर्सेस’ (Short-Term Employable Skill Courses) की शुरुआत करेंगे।
यह पहल राज्य सरकार के स्किल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग (Skill, Employment, Entrepreneurship & Innovation Department) की ओर से शुरू की जा रही है। इसका उद्देश्य है— युवाओं को आधुनिक तकनीकी कौशल सिखाकर उन्हें ‘एम्प्लॉयमेंट-रेडी’ बनाना
महाराष्ट्र में स्किल डेवेलपमेंट की नई क्रांति
महाराष्ट्र सरकार अब राज्य के युवाओं को पारंपरिक शिक्षा से आगे बढ़ाकर, “इंडस्ट्री-डिमांड बेस्ड स्किल्स” सिखाने जा रही है। इस पहल के तहत युवाओं को ऐसे कोर्स सिखाए जाएंगे, जो भविष्य की नौकरियों से सीधे जुड़े होंगे — जैसे ड्रोन टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, साइबर सिक्योरिटी, इलेक्ट्रिक व्हीकल्स, ग्रीन हाइड्रोजन, सोलर एनर्जी, IoT (Internet of Things), और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसिंग आदि।
राज्य के स्किल डेवलपमेंट मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने बताया कि यह सभी कोर्स “फ्यूचर जॉब्स और इंडस्ट्री की डिमांड” को ध्यान में रखकर डिजाइन किए गए हैं। उन्होंने कहा — “हमारा मकसद है कि महाराष्ट्र का हर युवा रोजगार के लिए तैयार हो, आत्मनिर्भर बने और बदलते उद्योगों में प्रभावी योगदान दे सके।”
‘शॉर्ट-टर्म स्किल कोर्सेस’ की प्रमुख बातें
पहल का नाम | Short-Term Employable Skill Courses |
लॉन्च करने वाले | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी |
आयोजन तिथि | 8 अक्टूबर 2025 |
मंत्रालय | स्किल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग |
प्रशिक्षण संस्थान | 419 सरकारी ITI और 141 तकनीकी स्कूल |
कुल बैच | 2,506 बैच |
लक्षित युवा | 75,000 (पहला वर्ष), 1 लाख (अगले वर्ष से) |
लक्ष्य: “रोजगार-तैयार” युवा तैयार करना
मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा के अनुसार, इस योजना के पहले चरण में 75,000 युवाओं को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य रखा गया है, जिसे अगले वर्ष बढ़ाकर 1 लाख प्रशिक्षु तक किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि हर युवा के पास ऐसा कौशल हो जिससे वह तुरंत नौकरी पाने या खुद का व्यवसाय शुरू करने में सक्षम हो।
उन्होंने कहा —
“यह कोर्स सिर्फ ट्रेनिंग नहीं, बल्कि एम्पावरमेंट है। हम चाहते हैं कि हमारे युवा आत्मविश्वासी, सक्षम और आत्मनिर्भर बनें।”
महाराष्ट्र के 560 से ज्यादा संस्थानों में ट्रेनिंग
पहले चरण में प्रशिक्षण सत्र 419 सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITIs) और 141 सरकारी तकनीकी स्कूलों में आयोजित किए जाएंगे। इन संस्थानों में कुल 2,506 बैच तैयार किए गए हैं, जहां विभिन्न तकनीकी विषयों पर शॉर्ट-टर्म कोर्स कराए जाएंगे।
राज्य के कुछ जिलों जैसे गढ़चिरोली, लातूर, नागपुर और अमरावती में विशेष प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे, जहां कोर्स स्थानीय उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुसार डिज़ाइन किए गए हैं।
महिला उम्मीदवारों और नए सेक्टर्स के लिए विशेष बैच
समावेशिता (Inclusivity) पर ध्यान देते हुए राज्य सरकार ने इस योजना में महिलाओं और उभरते क्षेत्रों को विशेष प्राथमिकता दी है।
- महिलाओं के लिए 364 स्पेशल बैच तैयार किए गए हैं।
- ग्रीन एनर्जी, AI, ड्रोन टेक्नोलॉजी और साइबर सिक्योरिटी जैसे क्षेत्रों में 408 समर्पित बैच शुरू किए जाएंगे।
इससे यह योजना न सिर्फ रोजगार सृजन बल्कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी एक मजबूत कदम मानी जा रही है।
कोर्स में शामिल प्रमुख विषय
नई टेक्नोलॉजी और इंडस्ट्री डिमांड को ध्यान में रखते हुए कोर्स में शामिल किए गए हैं:
- एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग (Additive Manufacturing)
- ड्रोन टेक्नोलॉजी
- इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV)
- सोलर एनर्जी सिस्टम
- साइबर सिक्योरिटी
- इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT)
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI)
- ग्रीन हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी
- मोबाइल रिपेयर और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसिंग
- वेदिक संस्कार जूनियर असिस्टेंट (Nashik में विशेष कोर्स)
नासिक में शुरू हो रहा यह “वेदिक संस्कार जूनियर असिस्टेंट कोर्स” विशेष रूप से आगामी कुंभ मेले को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है, ताकि पारंपरिक ज्ञान और सांस्कृतिक प्रबंधन कौशल को भी बढ़ावा मिल सके।
पारंपरिक और आधुनिक कौशल का संगम
इस कार्यक्रम की सबसे खास बात यह है कि इसमें विश्वकर्मा समुदाय और पारंपरिक कारीगरों को भी आमंत्रित किया गया है। इन कारीगरों और विशेषज्ञों को राज्यभर के प्रशिक्षण केंद्रों में मुख्य अतिथि (Chief Guest) के रूप में बुलाया जाएगा। इससे एक संदेश दिया जाएगा कि भारत की “स्किल्ड फोर्स” में पारंपरिक कारीगरी और आधुनिक तकनीक दोनों का समान योगदान है।
प्रधानमंत्री मोदी की दृष्टि: ‘स्किल इंडिया से आत्मनिर्भर भारत’
प्रधानमंत्री मोदी ने हमेशा से ‘स्किल इंडिया मिशन’ के माध्यम से युवाओं को कौशल आधारित शिक्षा देने पर बल दिया है। यह नई पहल उस मिशन का विस्तार है, जिसका उद्देश्य है —
“हर युवा को आत्मनिर्भर बनाना, ताकि वह न सिर्फ नौकरी के लिए तैयार हो बल्कि नौकरी देने वाला भी बन सके।”
निष्कर्ष
‘शॉर्ट-टर्म एम्प्लॉयबल स्किल कोर्सेस’ योजना महाराष्ट्र में रोजगार क्रांति की नई शुरुआत है। यह सिर्फ तकनीकी प्रशिक्षण नहीं, बल्कि एक सामाजिक बदलाव की दिशा में बड़ा कदम है, जो पारंपरिक कला, आधुनिक तकनीक और रोजगार के अवसरों को एक साथ जोड़ता है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में यह पहल देशभर के युवाओं को प्रेरित करेगी कि वे अपने कौशल को निखारें, आधुनिक तकनीक सीखें और भारत के विकास में अपनी भूमिका निभाएं।
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