Siddhivinayak Bhagyalaxmi Yojana: राज्य सरकार और केंद्र सरकार हमेशा महिलाओं और लड़कियों के सशक्तिकरण के लिए नई योजनाएँ लाती रहती हैं। इनमें कई योजनाएँ ऐसी होती हैं जिनसे लड़कियों को आर्थिक मदद मिलती है, जैसे लाडकी बहन योजना, मेरी कन्या भाग्यश्री योजना, लेक लाडकी योजना, और कई अन्य योजनाएँ। इन योजनाओं का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना और पुरुषों के बराबर लाना है। अब, एक और योजना सामने आई है – सिद्धिविनायक भाग्यलक्ष्मी योजना, जो राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई है। इस योजना के तहत लड़कियों को उनके शिक्षा के लिए 10,000 रुपये मिलेंगे।
सिद्धिविनायक भाग्यलक्ष्मी योजना का उद्देश्य
यह योजना महाराष्ट्र के प्रसिद्ध सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट द्वारा शुरू की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य लड़कियों के जन्म को प्रोत्साहित करना, उनके शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना, और उन्हें सशक्त बनाना है। इसके तहत, राज्य के सरकारी अस्पतालों में जन्म लेने वाली लड़कियों के लिए 10,000 रुपये का फिक्स डिपॉजिट उनके माता-पिता के खाते में डाला जाएगा। यह राशि उनके भविष्य के लिए सुरक्षित रखी जाएगी और यह योजना माता-पिता के लिए बहुत मददगार साबित होगी।
योजना का इतिहास और इससे जुड़ी अन्य योजनाएँ
इस योजना के पहले भी महाराष्ट्र सरकार ने मुख्यमंत्री लाडकी बहन योजना जैसी योजनाएँ शुरू की थीं, जिनसे बहुत लाभ हुआ है। इसके तहत, पहली लड़की के जन्म पर 50,000 रुपये की सहायता दी जाती थी। इसके अलावा, लेक लाडकी योजना के तहत लड़कियों को 18 साल तक 75,000 रुपये की मदद दी जाती है। अब, सिद्धिविनायक भाग्यलक्ष्मी योजना इस कड़ी में एक नई पहल है, जो लड़कियों को शिक्षा के लिए सहायता प्रदान करेगी।
Siddhivinayak Bhagyalaxmi Yojana की मुख्य विशेषताएँ
- इस योजना के अंतर्गत, राज्य के सरकारी अस्पतालों में जन्म लेने वाली लड़कियों के नाम पर 10,000 रुपये का फिक्स डिपॉजिट खोला जाएगा।
- यह राशि उनके माता-पिता के खाते में डाली जाएगी।
- इस योजना का मुख्य उद्देश्य लड़कियों के जन्म को प्रोत्साहित करना और उनके भविष्य को सुरक्षित बनाना है।
समाज में योगदान
सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट कई सामाजिक योजनाओं में भाग लेता है। ट्रस्ट द्वारा गरीब और जरूरतमंद रोगियों को चिकित्सा सहायता, गरीब छात्रों को मुफ्त किताबें देने के लिए पुस्तक पेढ़ी योजना, और डायलिसिस सेंटर द्वारा चिकित्सा सहायता जैसी योजनाएँ चलायी जाती हैं। इन योजनाओं से समाज को बहुत लाभ हो रहा है।
सिद्धिविनायक गणपती मंदिर ट्रस्ट का वार्षिक रिपोर्ट और आगामी योजनाएँ
31 मार्च 2025 को श्री सिद्धिविनायक गणपती मंदिर ट्रस्ट की एक बैठक हुई, जिसकी अध्यक्षता ट्रस्ट के अध्यक्ष सदानंद सरवणकर ने की। इस बैठक में 2024-25 के लिए ट्रस्ट का वार्षिक विवरण और 2025-26 के लिए अनुमानित बजट प्रस्तुत किया गया।
इस वर्ष ट्रस्ट का अपेक्षित वार्षिक आय 114 करोड़ रुपये थी, लेकिन भक्तों की श्रद्धा और ट्रस्ट के प्रशासनिक व्यवस्थाओं के कारण ट्रस्ट की आय में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। इस वर्ष ट्रस्ट की आय 133 करोड़ रुपये तक पहुंच गई, जो पिछले साल के मुकाबले लगभग 15% की बढ़ोतरी है। यह वृद्धि ट्रस्ट के द्वारा की गई विभिन्न योजनाओं और भक्तों के सहयोग का परिणाम है, जैसे आशीर्वचन पूजा, लड्डू और नारियलवडी की बिक्री।
आने वाले वर्ष 2025-26 के लिए ट्रस्ट का अनुमानित आय 154 करोड़ रुपये रखा गया है। इसके साथ ही, ट्रस्ट ने यह भी घोषणा की कि वे महाराष्ट्र के सरकारी अस्पतालों में 8 मार्च, यानी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन जन्म लेने वाली सभी नवजात लड़कियों के समग्र विकास के लिए “श्री सिद्धिविनायक भाग्यलक्ष्मी योजना” शुरू करेंगे। इस योजना को सरकार की मंजूरी के लिए ट्रस्ट द्वारा प्रस्तावित किया गया है।
इस बैठक में ट्रस्ट के अध्यक्ष सदानंद सरवणकर ने इस नई योजना के बारे में जानकारी दी, जो लड़कियों के भविष्य को सुरक्षित और सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
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